लेख

गांव में स्कूल न होने का दर्द

BY-सीता आर्य शिक्षा किसी भी समाज के बौद्धिक विकास की पहली कड़ी होती है. कोई भी देश अपने नागरिकों को… Read More

जलियांवाला बाग हत्याकांड ब्रिटिश शासन की क्रूरता और दमनकारी प्रकृति का प्रतीक है

BY-सत्यवान 'सौरभ' जलियांवाला बाग हत्याकांड, जिसे अमृतसर का नरसंहार भी कहा जाता है, एक ऐसी घटना थी जिसमें ब्रिटिश सैनिकों… Read More

जलियांवाला बाग कांड : सौ साल पहले का घाव आज भी ताजा

BY-रमेश ठाकुर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा ने भले ही जलियांवाला बाग कांड को ब्रिटेन के इतिहास को शर्मसार करनेवाला काला… Read More

श्रीलंका के आर्थिक संकट से सबक

BY-डा. जयंतीलाल भंडारी हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वरिष्ठ नौकरशाहों की बैठक में शामिल उच्च अधिकारियों ने… Read More

चला जाए किसी का मान पर बची रहे नेता की शान

BY-भूपेन्द्र गुप्ता- मध्य प्रदेश की पुलिस माननीयों की शान को बचाने के लिए इतनी आगे निकल गई है कि उसे… Read More

इस्‍लामोफोबिया का प्रतिरोध: भारतीय परिदृश्‍य में

BY-राम पुनियानी हाल में संयुक्त राष्ट्र संघ की सामान्य सभा ने एक प्रस्ताव पारित कर यह घोषणा की कि 15… Read More

महंगाई की मार

BY-सिद्धार्थ शंकर पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार हो रही बढ़ोतरी से ट्रांसपोर्टर्स और व्यापारी से लेकर आम लोग… Read More

क्यों सिमट रही है कांग्रेस!

BY-डॉ श्रीगोपाल नारसन- सन 1984 में जिस कांग्रेस के लोकसभा में 404 सांसद थे ,आज वह 52 सांसदों पर क्यों… Read More

मांस की बिक्री पर विवाद

BY-डॉ. वेदप्रताप वैदिक दिल्ली की दो नगर निगमों ने अभी एक ऐसी घोषणा की है, जो एकदम नई जरुर है… Read More

आमदनी अठन्नी, खर्चा रुपैया

'आमदनी अठन्नी, खर्चा रुपैया' यह एक आम कहावत है। इस दौर का सबसे गंभीर अभिशाप महंगाई है। बीते एक पखवाड़े… Read More