नई दिल्ली, 31 मार्च (वेब वार्ता)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य सांसदों ने पार्टी के ‘महंगाई मुक्त भारत’ अभियान के तहत पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ बृहस्पतिवार को संसद के निकट धरना दिया।
इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों को नियंत्रित करना चाहिए और किसी भी तरह की वृद्धि नहीं करनी चाहिए, क्योंकि महंगाई की सबसे ज्यादा मार गरीबों एवं मध्य वर्ग के लोगों पर पड़ रही है। पार्टी सांसदों ने संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही आरंभ होने से करीब डेढ़ घंटे पहले विजय चौक पर कांग्रेस के ‘महंगाई मुक्त भारत’ अभियान के तहत धरना दिया।
इसमें राहुल गांधी के अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कई अन्य सांसद शामिल हुए। कांग्रेस सांसदों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
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इस धरने के बाद राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘महंगाई, खासकर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस पार्टी पूरे देश में विरोध जता रही है। पिछले 10 दिनों में नौ बार बढ़ोतरी की गई है। सरकार इस वृद्धि से हजारों करोड़ रुपये कमा रही है। इसकी सबसे ज्यादा चोट गरीबों और मध्य वर्ग पर पड़ती है।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘हमारी मांग है कि सरकार पेट्रोल और डीजल के दाम नियंत्रित करे और कीमतें बढ़ाना बंद करे।’’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘रसोई गैस सिलिंडर की कीमत दोगुनी हो गई है। दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमत 102 रुपये प्रति लीटर हो गई है। सरकार सिर्फ एक चीज कर रही है-गरीबों की जेब से पैसे निकालो और दो-तीन बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाओ।’’
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के महासचिवों एवं प्रदेश प्रभारियों की गत शनिवार को हुई एक बैठक में फैसला लिया गया था कि पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और कई खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार को घेरने के लिए पार्टी 31 मार्च से तीन चरणों में ‘महंगाई मुक्त भारत’ अभियान चलाएगी। यह अभियान सात अप्रैल तक चलेगा।
This post was published on March 31, 2022 4:47 am