दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के बैनर के तले विभिन्न कॉलेजों की स्टाफ़ एशोसिएशन ने एडहॉक शिक्षकों के समायोजन की मांग को लेकर धरने का आयोजन किया। गौरतलब है कि डूटा एडहॉक शिक्षकों की एकबारगी समायोजन की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्षरत है।
दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने गत 7 और 9 मार्च को हुई डूटा कार्यकारिणी की बैठक में समायोजन की मांग को लेकर संघर्ष की रूपरेखा तैयार की थी। इसी निर्णय के तहत 24 कॉलेजों की स्टाफ एसोसिएशन ने समायोजन की मांग को लेकर धरना दिया।
अदिति, हंसराज, किरोड़ीमल, हिंदू, शिवाजी, एसआरसीसी, रामजस, राजधानी, भारती कॉलेज सहित दिल्ली विश्वविद्यालय के अन्य कई विभागों के शिक्षक भी बड़ी संख्या में धरने में शामिल हुए।
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दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ अध्यक्ष डॉ ए के भागी ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि समायोजन की मांग शिक्षक की गरिमा, लैंगिक समानता एवं शिक्षक की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है।
डॉ भागी ने बताया कि 28 और 29 मार्च को बाकी बचे हुये कॉलेजों की स्टाफ एसोसिएशन भी अपने अपने कॉलेजों में धरने का आयोजन करेंगी। डॉ भागी ने शिक्षकों से अपील की कि धरने में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों।
विभिन्न कॉलेजों में डॉ भागी के साथ पूर्व अध्यक्ष राजीव रे, डूटा सचिव सुरेंद्र सिंह, अश्विनी शंकर, अंजू जैन ने भी धरने को संबोधित किया। ध्यान रहे कि डूटा 4500 से अधिक एडहॉक शिक्षकों के समायोजन के लिए एकबारगी अध्यादेश या बिल लाने के लिए आंदोलन कर रही है।
This post was published on March 25, 2022 10:30 am