किसान नहीं माने तो प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि कानून वापस ले लिए, कोई दूसरा ऐसा नहीं करता: राजनाथ सिंह

Share on

राजनाथ सिंह ने गुरुवार को अमरोहा के नोगावां सादात से बीजेपी विधायक देविंदर नागपाल और मुरादाबाद के कंठ से बीजेपी विधायक राजेश कुमार चन्नू के समर्थन में चुनावी रैलियों को संबोधित किया. कंठ में अपने संबोधन के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा ने कभी धर्म और समुदाय के नाम पर राजनीति नहीं की और न्याय और मानवता के आधार पर सरकार चलाई है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को हमारी सरकार में जो प्रतिष्ठा मिली, वह आजादी के बाद कभी हासिल नहीं हुई।

कंठ विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए भी राजनाथ सिंह राम मंडी, कश्मीर और पाकिस्तान को नहीं भूले राहुल गांधी के संसद में दिए ब्यान को गलत बताते हुए उन्होंने कहा कि “अंग्रेजी बोलने वाले राहुल कहते हैं कि भाजपा सरकार की गलत राजनीति की वजह से चीन और पाकिस्तान के बीच दोस्ती मजबूत हुई है। उनका ये बयान भ्रामक है।”

उन्होंने कहा, कि ‘जवाहरलाल नेहरू जब देश के प्रधानमंत्री थे तो पाकिस्तान ने सख़्त गाम की घाटी चीन को दी थी। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा भी कांग्रेस के शासनकाल में ही बनाया गया, इसे कहते हैं दोस्ती। भाजपा सरकार ने पाकिस्तान की जमीन में घुस कर उसे सबक़ सिखाया है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा ने वो सब किया है जिसका वादा जनसंघ के दिनों में किया था। 1951 में जन संघ प्रमुख श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में जारी किये गए चुनावी घोषणापत्र में कहा गया था कि अगर हमारी सरकार पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई तो हम कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त कर देंगे।1984 के घोषणापत्र में राम मंदिर निर्माण का वादा किया था, जैसे ही भाजपा को मौका मिला उसने अपना वादा पूरा किया। एक रात में कश्मीर को 370 से आजाद करा दिया, आज राम मंदिर का भी निर्माण हो रहा है.


देश के विभाजन के समय किसी कारण से हिंदू सिख ईसाई यहूदी पाकिस्तान में ही रह गए थे। जब वे धार्मिक नफरत के कारण भारत में शरण लेते हैं, तो उन्हें नागरिकता मिलने में परेशानी होती है। उनकी सुविधा के लिए कानून बनाया गया है, इसमें वे मुसलमान भी शामिल हैं जो विभाजन के बाद किसी कारण से वहां फंसे रह गए, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, पाकिस्तान में जो भी लोग फंसे हुए हैं वे आसानी से यहां आ सकते हैं।

राजनाथ सिंह ने अखिलेश यादव और मायावती की भी आलोचना करते हुए कहा कि उनके शासन के दौरान यूपी में भ्रष्टाचार व्याप्त था और उनके मंत्री जेलों में हैं। भाजपा के नेताओं और मंत्रियों से कोई ये तो कहा जा सकता है कि ये काम रह गया है, लेकिन भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगाया जा सकता, क्योंकि हमारे बुलडोजर वाले बाबा माफियाओं पर बुलडोजर छोड़ देते हैं और माफिया जिस जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं, गरीबों के काम आ रही है।”

उन्होंने कहा कि यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है, भारत के विकास का रास्ता यहीं से होकर गुजरता है और विकास की शर्त है कानून का क्रियान्वयन, जो भाजपा सरकार ने दिया है। ड्रोन से खेतों में दवा का छिड़काव होगा, किसानों की सुरक्षा के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही सोच सकते हैं. देश में कोई भी बेघर नहीं रहेगा। भाजपा गरीबों के काम आती है।

कृषि कानूनों की पैरवी करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि ये कानून किसानों के पक्ष में बने थे, लेकिन किसान नहीं माने तो हमारे प्रधानमंत्री की बड़ी सोच देखिये कि उन्होंने कृषि कानूनों को वापस ले लिया। कोई दूसरी सरकार होती तो ऐसा नहीं करती।

This post was published on February 4, 2022 7:35 am