Ukraine-Russia crisis: रूस व यूक्रेन के बीच युद्ध की आशंका के चलते कीव में स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीयों, खास तौर से विद्यार्थियों को देश छोड़ने का निर्देश दिया है। यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास ने यह निर्देश मंगलवार को दिए हैं।
दूतावास का कहना है कि मौजूदा अनिश्चित स्थिति को देखते हुए भारतीय, खास तौर से विद्यार्थी, जिनका यहां रहना जरूरी नहीं है, अस्थाई रूप से यूक्रेन छोड़ दें। दूतावास ने सभी भारतीयों से यूक्रेन में सभी गैर जरूरी यात्राएं टालने के लिए भी कहा है। दूतावास के कांटेक्ट में रहें भारतीय यूक्रेन में मौजूद भारतीयों से दूतावास ने कहा है कि वे कीव दूतावास के संपर्क में रहें, ताकि जरूरत पड़ने पर उन तक पहुंचा जा सके।
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दूतावास की तरफ से दिए गए दिशा-निर्देशों में यह भी कहा गया है कि दूतावास सामान्य रूप से कामकाज लगातार जारी रखेगा और यूक्रेन में रह रहे सभी भारतीयों को सारी सेवाएं प्रदान करेगा।
इससे पहले भारतीय दूतावास ने 26 जनवरी को यूक्रेन में रहने वाले सभी भारतीयों से कहा था कि वे रजिस्ट्रेशन करा लें, ताकि कोई भी सूचना उन्हें तेजी से पहुंचाई जा सके। हाल के महीनों में Ukraine-Russia crisis बढ़ गया है। एक तरफ तो रूस और नाटो ने एक-दूसरे पर रूसी-यूक्रेन सीमा पर भारी सैन्य जमावड़े का आरोप लगाया।
दूसरी तरफ, अमेरिका और यूक्रेन ने रूस पर आक्रमण की तैयारी करने का आरोप लगाया है। हालांकि रूस इस आरोप का खंडन करता है। रूस का कहना है कि उनका किसी भी देश पर हमला करने का कोई इरादा नहीं है।
भारत समेत कोई भी देश तनाव घटाने में मदद करे इससे पहले रूस-यूक्रेन तनाव घटाने के लिए, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा था कि इस तनाव को घटाने के लिए अमेरिका भारत समेत किसी भी देश की भूमिका का स्वागत करेगा।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जेन साकी का कहना था कि “हम निश्चित रूप से तनाव कम करने के किसी भी प्रयास का स्वागत करते हैं। हम कई सहयोगियों और भागीदारों के संपर्क में हैं, लेकिन इस बारे में भारतीय अधिकारियों से बातचीत का कोई खास ब्योरा नहीं है।”
This post was published on February 15, 2022 2:59 am