हैदराबाद, 26 मार्च (वेब वार्ता) नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोरोना महामारी से बुरी तरह प्रभावित विमानन क्षेत्र (एयरलाइंस सेक्टर) के फिर से अच्छे दिन लौटने की उम्मीद जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारतीय कंपनियों को अपने बेड़े में हरेक साल 110 से 120 नए विमान शामिल करने होंगे।
विंग इंडिया 2022 के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि अगर कंपनियों को कई नए वैश्विक क्षेत्रों के लिए उड़ान शुरू करनी है तो उन्हें अपने बेड़े में बड़े आकार वाले विमान शामिल करने होंगे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि अगले साल तक घरेलू यात्रियों की संख्या 4.10 लाख प्रतिदिन पहुंच जाएगी और 2024-25 तक यात्रियों की तादाद रिकार्ड स्तर पर होगी।
एडहॉक शिक्षकों के समायोजन की मांग को लेकर डूटा ने दिया धरना
उन्होंने कहा, कि ‘भारत का एयरलाइंस सेक्टर बड़े पैमाने पर विस्तार कर रहा है। ना केवल विमानन कंपनियों की संख्या बढ़ी है बल्कि एयरपोर्ट की तादाद में भी वृद्धि हो रही है। ऐसे में कंपनियों को अपने बेड़े में नए विमान शामिल करना जरूरी होगा।’
उन्होंने आगे कहा कि 2013-14 में सभी कंपनियों के पास कुल मिलाकर 400 विमान थे जो पिछले वर्ष बढ़कर 710 हो गए। एयरबस के एक शीर्ष अधिकारी ने गुरुवार को कहा था कि विमान बनाने वाली यूरोपीय कंपनी का मानना है कि भारत को अगले दो दशकों में लगभग 2200 विमानों की जरूरत होगी।
सिंधिया ने कहा कि भारत में इस समय 9,000 से अधिक पायलट हैं और इनमें से 15 प्रतिशत महिलाएं हैं। यह आंकड़ा पांच प्रतिशत के वैश्विक मानन से काफी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि घरेलू यात्रियों की संख्या 39 प्रतिदिन थी, जो कोरोना की तीसरी लहर के दौरान गिरकर लगभग 11 लाख रह गई। हालांकि अब यात्रियों की संख्या एक बार फिर से बढ़कर 38 लाख से ज्यादा हो गई है, जो कोरोना पूर्व के 41 लाख यात्रियों की संख्या के करीब है।
More Stories
दिल्ली विश्विद्यालय में कार्यरत तदर्थ शिक्षकों के विस्थापन के विरोध में डूटा का प्रर्दशन
समायोजन समर्थन और विस्थापन विरोध में डी यू में डूटा का पैदल मार्च और प्रदर्शन
दिल्ली सरकार वित्तपोषित कॉलेजों में ग्रांट-कट के विरोध में मुख्यमंत्री आवास पर ड़ूटा का धरना