केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह आज 19 मार्च को जम्मू में केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) के 83वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री ने परेड का निरीक्षण भी किया। समारोह में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा, केन्द्रीय मंत्री श्री जितेन्द्र सिंह और केन्द्रीय गृह सचिव सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। ये पहला अवसर है जब सीआरपीएफ़ अपना स्थापना दिवस दिल्ली से बाहर मना रहा है।
CRPF स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने एक निर्णय किया है कि सभी केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ़) की वार्षिक परेड देश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित की जाएगी। इसके पीछे उद्देश्य है कि देश की सीमाओं की सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा में लगे सभी सीएपीएफ़ संगठन अलग-अलग हिस्सों में जाकर देश की जनता के साथ आत्मीय संबंध बनाएं और देश की संस्कृति के साथ घुलमिल कर अपने आप को सदैव ड्यूटी के लिए समर्पित करें। इसी के तहत सीआरपीएफ़ की वार्षिक परेड आज ऐतिहासिक शहर जम्मू में आयोजित की गई है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि सीआरपीएफ़ की स्थापना से लेकर आज तक 2340 सीआरपीएफ़ कर्मियों ने बलिदान दिया है। पहले देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हुए और बाद में देश की आंतरिक सुरक्षा करते हुए, नक्सलवाद, आतंकवाद से लड़ते हुए और दंगों से निपटते हुए बलिदान देने वाले उन सभी सीआरपीएफ़ जवानों को पूरे देश की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि देना चाहता हूं। देश का इतिहास जब भी लिखा जाएगा इन 2340 कर्मियों का बलिदान स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाएगा। आज जिन्हें मरणोपरांत पुरस्कार मिले हैं, उनके परिजनों से मैं कहना चाहता हूं कि आपके बेटे, पति, भाई की शहादत कभी विफल नहीं जाएगी और ये देश युगों-युगों तक उनकी शहादत को याद रखेगा।
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केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज ही के दिन 1950 में देश के प्रथम गृह मंत्री और लौह पुरूष सरदार पटेल ने सीआरपीएफ़ को ध्वज दिया था। वहां से शुरू हुआ ये संगठन आज 246 बटालियन और 3,25,000 जवानों के बल के साथ देश का सबसे बड़ा सशस्त्र बल बन गया है।
CRPF स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर गृह मंत्री ने कहा कि यह आजादी के अमृत महोत्सव का वर्ष है और देश के प्रधानमंत्री ने आजादी के अमृत महोत्सव में देश की 130 करोड़ जनता के सामने एक लक्ष्य रखा है कि जब हम आजादी की शताब्दी मना रहे होंगे, उस वक्त दुनिया में हर क्षेत्र में भारत प्रमुख स्थान पर हो। देश के सामने 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनामी का लक्ष्य हमारे प्रधानमंत्री ने रखा है और मैं मानता हूं कि 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का लक्ष्य तभी सिद्ध हो सकता है जब देश की आंतरिक सुरक्षा मजबूत हो और आंतरिक सुरक्षा के बारे में हम सुनिश्चित हो और सीआरपीएफ की इसमें बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होने कहा कि सीआरपीएफ भी आजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में शताब्दी तक के लक्ष्य का एक रोडमैप, आने वाली चुनौतियां और आने वाली और उपलब्ध टेक्नोलॉजी को आत्मसात करने की रणनीति बनाकर सीआरपीएफ को सबसे आधुनिक, सक्षम और प्रभावी सशस्त्र बल बनाए।
श्री अमित शाह ने कहा कि पूरा देश सीआरपीएफ पर हमेशा गर्व करता है। आज सीआरपीएफ का स्थापना दिन है और 3,25,000 जवानों का यह बल आज देश की आंतरिक सुरक्षा और देश की सुरक्षा के लिए अपने आपको पुन: समर्पित करे और सीआरपीएफ के एतिहासिक रिकॉर्ड को तेजस्विता के साथ और आगे बढ़ाने का संकल्प करे।
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