इस्लामाबाद, 03 अप्रैल (वेब वार्ता)। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने रविवार को प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को संविधान के अनुच्छेद पांच के खिलाफ बताते हुए खारिज कर दिया।
अध्यक्ष असद कैसर के खिलाफ विपक्ष की ओर से अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के बाद, सूरी ने अहम सत्र की अध्यक्षता की। विपक्ष के सदस्य जब सदन में पहुंचे तो वे अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आश्वस्त दिखाई दिए, लेकिन प्रस्ताव खारिज होने के बाद उन्होंने फैसले का विरोध किया।
विपक्ष को खान की सरकार को गिराने के लिए निचले सदन में 342 में से 172 सदस्यों के समर्थन की ज़रूरत थी, जबकि उन्होंने दावा किया था कि उनके पास 177 सदस्यों का समर्थन है।
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज, इमरान ने राष्ट्रपति से की एसेंबली भंग करने की सिफारिश
संयुक्त विपक्ष ने आठ मार्च को अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था जिसके बाद मतदान का दिन तय करने को लेकर कई घटनाएं हुईं और तनाव बढ़ा, क्योंकि खान ने दावा किया कि उन्हें विपक्ष के शीर्ष नेताओं के सहयोग से ‘विदेशी साजिश’ के तहत निशाना बनाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों, खासकर युवाओं से शनिवार को अपील की कि वे उनकी सरकार के खिलाफ कथित रूप से रचे गए ‘‘विदेशी षड्यंत्र’के खिलाफ रविवार को ‘‘शांतिपूर्ण प्रदर्शन’ करें।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद अपना रोष प्रकट किया। उन्होंने कहा कि हम अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी आवाम से अपील की कि आप संविधान और जम्हूरियत का साथ दें।
बिलावल भुट्टो ने अपने संबोधन का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा कि सरकार ने संविधान का उल्लंघन किया है। अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान नहीं होने दिया। संयुक्त विपक्ष संसद नहीं छोड़ रहा है। हमारे वकील सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं। हम सभी संस्थानों से पाकिस्तान के संविधान की रक्षा करने, उसे बनाए रखने, बचाव करने और लागू करने का आह्वान करते हैं।
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