सुप्रीम कोर्ट ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की अंतरिम जमानत अर्जी पर सुनवाई टाल दी है. NDTV रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस एल नागेश्वर राव गुरुवार को अनुपस्थित थे, इसलिए सुनवाई स्थगित कर दी गई. आजम खान ने यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मांगी है.
यूपी की सीतापुर जेल में करीब दो साल से बंद आजम खान ने अंतरिम जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी है। आजम खान ने अपनी याचिका में कहा है कि राज्य सरकार उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों में अभियोजन प्रक्रिया को बेवजह निलंबित कर रही है और इस वजह से वह चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं.
आजम खान ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि उन्होंने यूपी की अदालतों में तीन अलग-अलग मामलों में जमानत अर्जी दाखिल की है, लेकिन सरकार का अभियोजन विभाग जानबूझकर इसमें गफ़लत बारात रहा है. सरकार नहीं चाहती कि वह किसी भी सूरत में चुनाव प्रचार के लिए जेल से बाहर हों। इसलिए सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध है कि यूपी चुनाव के दौरान उन्हें अंतरिम जमानत पर रिहा किया जाए।
उन्होंने कहा कि उन्हें कई मामलों में आरोपी बनाया गया है. हालांकि अन्य मामलों में उन्हें जमानत मिल गई है, लेकिन उनके खिलाफ दर्ज तीन आपराधिक मामलों में कार्यवाही में जानबूझकर देरी की जा रही है. गौरतलब है कि यूपी की 403 विधानसभा सीटों के लिए 7 चरणों में 10 फरवरी से मतदान होगा और मतगणना 10 मार्च को होगी.
आजम खान को फरवरी 2020 में उनके बेटे और पत्नी के साथ जमीन हथियाने, अतिक्रमण करने और फर्जी जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के कई मामलों में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उनकी पत्नी और बेटे को जमानत पर रिहा कर दिया गया। समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान यूपी के रामपुर विधानसभा क्षेत्र से सांसद हैं। वह इससे पहले यूपी कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं।
More Stories
दिल्ली विश्विद्यालय में कार्यरत तदर्थ शिक्षकों के विस्थापन के विरोध में डूटा का प्रर्दशन
समायोजन समर्थन और विस्थापन विरोध में डी यू में डूटा का पैदल मार्च और प्रदर्शन
दिल्ली सरकार वित्तपोषित कॉलेजों में ग्रांट-कट के विरोध में मुख्यमंत्री आवास पर ड़ूटा का धरना