यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के बांदा जिला जेल में बंद मुख्तार अंसारी के पुत्र सोहेल देव भारतीय समाज पार्टी के उम्मीदवार अब्बास अंसारी के कथित धमकी भरे बयान को संज्ञान में लेते हुए प्रशासन ने संबंधित प्रावधानों में प्राथमिकी दर्ज की है.
एक वायरल वीडियो में अंसारी एक जनसभा के दौरान अधिकारियों से कहते दिख रहे हैं कि जब सपा सरकार आएगी तो मऊ में तैनात अधिकारियों चुन चुन कर हिसाब लिया जाएगा.
यूपी विधानसभा चुनाव में मऊ सदर सीट से सोहेल देव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के उम्मीदवार अब्बास अंसारी ने गुरुवार की रात शहर के पहाड़पुरा मैदान में एक चुनावी रैली में ‘बाहुबली’ शब्द के बारे में कहा, कि जिस नेता के साथ लाखो करोडो बाहु का बल हो वह बाहुबली नहीं होगा तो कौन होगा।
हम बाहुबली हैं, हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है। अगर कोई मेरे लोगों के आन, बान, शान और इज़्ज़त पर कोई आंच डालेगा तो उस आंच को बुझाना हम जानते हैं। आज तक बुझाया है और आगे भी बुझाते रहेंगे। हमें कोई नहीं रोक सकता।”
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मऊ के पुलिस अधीक्षक सेशेल्स चंद्रभान धूले की ओर से शुक्रवार को जारी बयान के मुताबिक अब्बास अंसारी के वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है.
एसपी ने बताया कि मऊ कोतवाली थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर को आगे की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
गौरतलब है कि वायरल वीडियो में अंसारी यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि जिस दिन वह लखनऊ से आए थे, उसी दिन उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की थी और लंबी बात हुई थी.
और मैं यह कह कर आया हूं कि यूपी विधानसभा चुनाव में सरकार बनने के बाद छह महीने तक कोई ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं होगी। पहले जिन्होंने जिनके करियर बर्बाद किये हैं। जिन्होंने जिन पर मुकदमा दर्ज किया है, पहले उनकी तो जांच पड़ताल कर ली जाए।
अंसारी ने वहां मौजूद लोगों से कहा, ”आप बहुत परेशान हुए हैं. पैसे लिया गया है, छोटी-छोटी बातों के लिए। उन्होंने बंकरों पर अत्याचार करने की साजिश रची है। पेट पर हमला किया है।
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