July 26, 2024
बागपत आत्महत्या मामले में

फोटो क्रेडिट सोशल मीडिया

बागपत आत्महत्या मामले में राहुल-प्रियंका ने मोदी सरकार पर साधा निशाना

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बाग़पत जिले के बड़ौत में आर्थिक तंगी की वजह से एक जूता व्यापारी और उसकी पत्नी ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. बागपत आत्महत्या मामले में महिला की मौत हो गई। इस घटना की खबर के सामने आने के बाद, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर इस घटना पर अफसोस जताते हुए कहा कि बागपत से राजीव तोमर जी और उनकी पत्नी के वीडियो ने छोटे कारोबारियों की बेबसी का दर्दनाक सच दिखाया है. राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में राजीव तोमर के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की और उनकी पत्नी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “अन्याय के सामने हम हार नहीं मानेंगे। इस लड़ाई में आप अकेले नहीं हैं। मैं आपके साथ हूँ।”

दूसरी ओर, प्रियंका गांधी ने बागपत आत्महत्या मामले का जिक्र करते हुए कहा कि बागपत की घटना बेहद दर्दनाक है। नोटबंदी और जीएसटी के बाद, छोटे और मध्यम उद्यमों पर लॉकडाउन का सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि “बागपत में एक व्यापारी और उसकी पत्नी ने आत्महत्या का प्रयास किया, महिला की मौत के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ।” परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं.” प्रियंका गांधी ने लिखा, कि ”यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने ऐसे कारोबारियों को कोई मदद नहीं दी.”

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ज्ञात हो कि बुधवार को पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादून ने बताया कि बड़ौत स्थित सुभाष नगर, में 40 वर्षीय जूता व्यापारी राजीव तोमर ने मंगलवार दोपहर को फेसबुक लाइव पर अपनी 35 वर्षीय पत्नी पूनम के सामने जहर खा लिया था। उन्होंने कहा कि पूनम ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी, लेकिन जब वह नाकाम रही तो उन्होंने भी जहर खा लिया. जादून ने बताया कि पति-पत्नी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां पूनम की मौत हो गई जबकि राजीव की हालत नाजुक बताई जा रही है.

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में जूता कारोबारी राजीव ने अपनी मौत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए, आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री छोटे कारोबारियों और किसानों के हित में नहीं हैं. परिवार के अनुसार राजीव की जूते की दुकान बावली रोड पर स्थित थी। मार्च 2020 के लॉकडाउन में उनका कारोबार बंद हो गया था। इस प्रक्रिया में, वह अपने व्यवसाय को बचाने के प्रयास में और कर्ज में डूब गए।

हिंदी समाचार पोर्टल एबीपी लाइव पर प्रकाशित एक रिपोर्ट में परिवार के सदस्यों के हवाले से बताया गया है कि पूनम ने सिलाई शुरू कर दी थी और पति-पत्नी दोनों कमा रहे थे, लेकिन इसके बावजूद उनके हालात बेहतर नहीं हुए। उन्होंने कहा कि राजीव ने बार-बार सरकार से मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।