एक तरफ रूस-यूक्रेन युद्ध जारी है और रूस यूक्रेन पर अपना हमला जारी रखे हुए है तो दूसरी तरफ दोनों देशों का प्रतिनिधित्व करने वाला एक प्रतिनिधिमंडल युद्धविराम के लिए बातचीत कर रहा है. ऐसे माहौल में भी यूक्रेन के प्रति रूस के रवैये में नरमी नहीं आई है और गोलाबारी लगातार बढ़ती जा रही है.
यूक्रेन की सेना भी हार मानने को तैयार नहीं है और देश की सुरक्षा में जवाबी हमले हो रहे हैं. इसी बीच खबर आ रही है कि यूक्रेन की जेलों में बंद कैदी, रूस-यूक्रेन युद्ध में अब देश की रक्षा के लिए आगे आएंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलादिमीर ज़ेलेंस्की का कहना है कि यूक्रेन की रक्षा के लिए, लड़ने का अनुभव रखने वाले कैदियों को रिहा किया जा रहा है।
रूस-यूक्रेन जंग:रूस के साथ युद्ध में उनका देश अकेला रह गया है, यूक्रेन के राष्ट्रपति
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति ने जेलों में लड़ने का अनुभव रखने वाले नागरिकों से कहा है कि उन्हें रिहा किया जा रहा है. उन्हें रूस-यूक्रेन युद्ध में यूक्रेन की रक्षा में अहम भूमिका निभानी चाहिए। विदेशी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, वलादिमीर ज़ेलेंस्की ने आज घोषणा की कि युद्ध के अनुभव वाले यूक्रेनी कैदियों को जेल से रिहा किया जाएगा। उन्हें रूस-यूक्रेन युद्ध में फ्रंट लाइन पर समाज का कर्ज चुकाने का मौका दिया जा रहा है।
यूक्रेन के नेता, जिनकी रूसी आक्रमण का जवाब देने के लिए दुनिया भर में तारीफ़ हो रही है, ने आज सुबह एक वीडियो संबोधन में कहा है कि कैदी इस नाज़ुक हालात में रूस के खिलाफ “महत्वपूर्ण स्थानों पर लड़कर अपने अपराधों की क्षतिपूर्ति” कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, कि “हमने एक निर्णय लिया है जो नैतिक दृष्टिकोण से आसान नहीं है, लेकिन हमारे रक्षा दृष्टिकोण से उपयोगी है, क्योंकि अब कुंजी रक्षा है।” ज़ेलेंस्की ने यूरोपीय संघ से भी अपील की है। उन्होंने यूरोपीय यूनियन से कहा है कि वो यूक्रेन पर रूसी हमले के मद्देनजर “तत्काल” विशेष तरीके से तुरंत सदस्यता प्रदान करे।
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