November 21, 2024
यूक्रेन-रूस तनाव

यूक्रेन-रूस तनाव: रूस की सैन्य कार्रवाई की घोषणा, यूक्रेन में इमरजेंसी लागू

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यूक्रेन के सांसदों ने बढ़ते यूक्रेन-रूस तनाव के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की के 24 फरवरी से यूक्रेन में इमरजेंसी घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. संसद की प्रेस सेवा ने इसकी सूचना दी.

इमरजेंसी गुरुवार से 30 दिनों तक प्रभावी रहेगी, हालांकि इसे लुहान्स्क और डोनेट्स्क के संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में लागू नहीं किया जाएगा. यूक्रेन में इमरजेंसी की स्थिति को 450 सीटों वाली संसद में 335 सांसदों ने समर्थन दिया था.

डोनेट्स्क और लुहान्स्क में एक संयुक्त सैन्य अभियान चल रहा है. यहां पहले से ही विशेष कानून व्यवस्था है.

इंटरफैक्स-यूक्रेन समाचार एजेंसी के अनुसार, यूक्रेन के 22 क्षेत्रों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है, जिसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर सभाओं, प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगाना, संबंधित अधिकारियों को सूचित किए बिना सैनिकों को स्थानांतरित करने से रोकना और गलत सूचना के फैलाव को रोकना है. क्योंकि देश में अस्थिरता फैलने की संभावना है.

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इस दौरान लोगों और वाहनों की आवाजाही पर भी रोक रहेगी और जरूरत पड़ने पर कर्फ्यू भी लगाया जा सकता है. लोगों को उन जगहों से निकाला जाता रहेगा जहां उन्हें खतरे की आशंका है.

यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद ने यूक्रेन की सीमाओं के पास रूसी सैनिकों की भारी तैनाती की वजह से संसद में इमरजेंसी की स्थिति का प्रस्ताव पेश  किया है.

गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने टेलीविज़न पर राष्ट्र के नाम एक संबोधन के दौरान यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में “सैन्य कार्रवाई” की घोषणा की है. जिसकी वजह से यूक्रेन-रूस तनाव और बढ़ गया है.

पुतिन की यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद उनसे ऐसा न करने का आग्रह कर रही है. इस यूक्रेन-रूस तनाव को हल करने कि कोशिश कर रही है.

गुरुवार की सुबह एक टेलीविजन भाषण में, पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में सैनिकों से हथियार डालने और घर लौटने को कहा.

उन्होंने यूक्रेन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर खून-खराबा हुआ तो इसके लिए यूक्रेन ही जिम्मेदार होगा.