July 26, 2024
यूक्रेन में भारतीय छात्र

यूक्रेन-रूस संकट: यूक्रेन में भारतीय छात्र परेशान, सरकार से लगाई गुहार

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रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर हमला कर दिया और यूक्रेन के कई इलाके धमाकों से दहल गए। इस बीच, युद्ध के डर से अपने देश लौटने के इच्छुक यूक्रेन में भारतीय छात्र  मुश्किल में हैं। भारत से बहुत से छात्र पढ़ाई के लिए यूक्रेन जाते हैं। उनमें से ज्यादातर मेडिकल की पढ़ाई (एमबीबीएस) के लिए जाते हैं, ऐसे कई छात्र वहीं फंस गए हैं।

यूक्रेन में भारतीय छात्र बिहार राज्य से भी हैं, जो वहीं फंसे हुए हैं। सरकार इन छात्रों को वापस लाने की कोशिश कर रही है। बिहार के गोपालगंज के कम से कम 12 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इन मेडिकल छात्रों की चिंता बढ़ गई है। डर की जिंदगी जीते हुए छात्र गुरुवार को भारतीय दूतावास गए और एक वीडियो साझा कर सुरक्षित घर लौटने का आग्रह किया।

यूक्रेन में भारतीय छात्र राशिद रिजवान अली ने बताया एक वीडियो शेयर कि जिसमे उन्होंने बताया कि यहां 12 छात्र फंसे हुए हैं. रशीद रिज़वान अली बिहार के आजाद नगर के रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि बहुत सी जगहों पर बम विस्फोट हो रहे हैं। उसने कहा कि वह युआन में था और वहां भी बम फट रहे थे “हम दहशत की स्थिति में हैं और हमारा परिवार चिंतित है।

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राशिद रिजवान अली ने जैसे ही अपनी मां को यूक्रेन-रूस युद्ध की जानकारी दी, वह परेशान हो गई। उन्हें लगातार यूक्रेन में फंसे अपने बेटे की चिंता हो रही है और वो ये सोच सोच कर परेशान हैं कि उनका बीटा भारत कैसे लौटेगा। इसी बीच रिजवान की मां को दिल का दौरा भी पड़ गया। उसे इलाज के लिए पहले गोपालगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे पटना रेफर कर दिया गया।

बंजारी मोहल्ला निवासी हरिंदर प्रसाद का बेटा राहुल कुमार भी यूक्रेन में फंसा हुआ है। उसने वाट्सएप पर कॉल कर अपने परिवार को आश्वस्त किया, लेकिन उनकी चिंता दूर नहीं हुई। राहुल के पिता हरिंदर का कहना है कि युद्ध से पूरा परिवार परेशान है.

धमाकों से घबराए छात्रों का कहना है कि उन्होंने डॉक्टर बनने का सपना देखा था लेकिन अब उनकी जान दांव पर लगी है! छात्र प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से उन्हें वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं।

कटिहार के बरारी के रहने वाले अंकित भी यूक्रेन में फंस गए हैं। अंकित 2018 के आखिरी महीने में भारत से यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गया था और वहां चौथे वर्ष का छात्र है। अंकित वर्मा ने अपने परिवार से वीडियो कॉलिंग के जरिए बात की है। उन्होंने कहा कि कटिहार के करीब 10 छात्र वहां फंसे हुए हैं।

मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र के उज्वल कुमार भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि “यूक्रेन में स्थिति बिगड़ रही है.” यहां तक ​​कि रोजमर्रा का सामान भी नहीं मिल रहा है। इसके अलावा, बिहार के कई छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं।

इस बीच यूक्रेन में जारी संकट को देखते हुए बिहार सरकार वहां रहने वाले अपने सभी नागरिकों को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. बिहार की स्थानीय आयुक्त पालिका सहानी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं और सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं.

पालिका सहानी ने कहा कि यूक्रेन पर रूस द्वारा किये गए सैन्य अभियान को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर यूक्रेन में भारतीय छात्र और बिहार के लोगों को वापस लाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। बिहार के स्थानीय आयुक्त ने छात्रों और उनके अभिभावकों सहित बिहार के सभी निवासियों को आश्वासन दिया है कि बिहार सरकार यूक्रेन में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.